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आगे हैं साम्बुल, गिलास में?

अच्छा बारीश हो रही है बहुत?

अच्छा मैं तुम्हें पहारी दे गई जो देटी कुछ?

चलो कोई नहीं, आज तुम्हें ही पहारे दे अकेले.

और राहूल तुम्हें गर्ते सब कैसे आ रहे हैं? ममी पापा लो?

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