Video Transcription
दीदी के जन्म दिन वाली रात को मैं उसके कंबल में घूज गया।
दीदी अचानक से डर गई पर मैंने दीदी के मूँपे हात रख दिया और चुप रहने को बोला।
मैंने एक हात दीदी के लोर में डाला और सहलाने लगा और दीदी के जीन्स को भी उतार दिया।
दीदी पहले से तयार थी तो दीदी बोली भईया ना चुमा चाटी ना कुछ ऐसे कैसे कर रहे हो।
फिर मैंने कहा ये तेरे जन्म दिन का तोफा है मेरी जान।