Sage bahen ki thukai - Part 2

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Video Transcription

दीदी को टीवी देखते देखते नीद आ गई और दीदी वही मेरी जांग पर सर रखकर सो गई।

मैं टीवी देख रहा था। थोड़ी देर बाद दीदी हिलीं तो उनकी साडी का पल्लू नीचे सरग गया था।

दीदी के संतरे जो की बहुत बड़े थे मुझे साफ दिखाई देने लगे। मेरा आजार खड़ा होने लगा दीदी के संतरे देख कर।

मैंने हिम्मत करके दीदी के एक संतरे पर हाथ रख दिया और धीरे धीरे हाथ फेड़ने लगा।

जब दीदी की तरफ से कुछ विरोध नहीं हुआ तो मैंने हलका हलका दबाना भी शुरू कर दिया। थोड़ी देर बाद दीदी ने करवट ली। दीदी इस बार मेरी जांग पर मुझ उल्टा करके सो गई थी। इस पोजीशन में दीदी का मुझ मेरे आजार पर आ गया �

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