Show more
Video Transcription

प्रस्तुत्र परिश्वान परिश्वान परिश्वान

कुछ न समझ में आये मैं क्या करो

इश्वान मेरी ऐसी हालत की है

कुछ न समझ में आये मैं क्या करो

तहली तहली बार महावत की है

Show more
Loading...
Loading...