Concubine in a Pakistani harem tells her story Hindi Urdu

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मेरे पाईस की उम्रत तक मैंने कई लन खाय है पर ऐसा कोई लन नहीं मिला जो मेरे चूट को अपने मोटे होने का असास करा सके।

मेरे मामू जान आ रहे हैं उन्हें रिनेक स्टेशन चलना है हम दोनों दस बजे ही स्टेशन पर पहुच गई

प्लेटफोर्म पर घाड़ी के पहुच नहीं लगातार सुथना नहीं जा रही थी नियत समय पर ट्रेन आ गई

अपने मामू जान आ रहे हैं उन्हें रिनेक स्टेशन चलना है हम दोनों दस बजे ही स्टेशन पर पहुच गई

नमबर देख रहा था हम दोनों लपक कर वहाँ पहुच गई बोसरी ये अपने पाप की गाड़ी समय रहे है क्या चल दूर हट वो योर गबरा गया इस हमले से और दू खुश्रत हसीनाय देखकर वो मुस्करा भी उठा अरे नहीं आपा ने गाड़ी भेजी थी बस नमबर

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