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Video Transcription

काई का कविता?

कशल आली?

तो देश पाँचा देशा बसने नहीं लाते व्याज़ देखें

मा आले तो मले व्याज़ देला एकख़ा ते

व्याज़ बसने जीज़ा तालेशा लागा पड़ते मुगो पाने

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